
आज भी अधूरा हूँ मैं
तुमसे मिलने के बाद
गुमसुम हूँ, अकेला हूँ अब भी,
तुम्हारे फिरसे जीवन में चले आने के बाद।
गुज़रा कल था इक ख्वाब
खुद ही जो छोड़ गयी यादें
ये यादे भी जा के उन यादों से मिली
तुमसे मिलने के बाद।
पहले भी रोते थे
सोच कर तुम्हारी हर इक बात
और आज भी जाने क्यों रोते हें
तुमसे मिलने के बाद।
एक ख्वाब : karan
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